HINDIWOMENप्रेम और ध्यान: पुरुष और स्त्री का मार्गRajesh Ramdev RamAugust 17, 2023 by Rajesh Ramdev RamAugust 17, 20230109 प्रेम और ध्यान, ये दो शब्द हमारे मानसिक और आध्यात्मिक जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं को स्पष्ट करते हैं। जीवन के इस सफर में, पुरुष और...
HINDIआशा छोड़ो। आशा से मुक्त होना मोक्ष है।Rajesh Ramdev RamNovember 17, 2017September 3, 2023 by Rajesh Ramdev RamNovember 17, 2017September 3, 20230747 दक्षिण में तिरुपति का मंदिर है। उस मंदिर ने काशी के मंदिरों को हरा दिया। प्रयागराज फीके पड़ गए। पुरी जगन्नाथ मंदिर को कोई नहीं...
HINDIजीवन को तुम जितना समझोगे, उतना ही पाओगे तुम कि तुम कर्ता नहीं हो, घटनाएं घट रही हैं;Rajesh Ramdev RamSeptember 13, 2017September 4, 2023 by Rajesh Ramdev RamSeptember 13, 2017September 4, 20230919 जीवन को तुम जितना समझोगे, उतना ही पाओगे तुम कि तुम कर्ता नहीं हो, घटनाएं घट रही हैं; हैप्पनिंग्स हैं। प्रेम उतरता है, हो जाता...
HINDIपरमात्मा अगर वासना के विपरीत होता तो वासना होती ही नहीं।Rajesh Ramdev RamJune 9, 2017September 5, 2023 by Rajesh Ramdev RamJune 9, 2017September 5, 202301921 एक ही सीढ़ी के दो छोर: जैसे बीज और वृक्ष; जैसे अंडा और मुर्गी। वासना ही एक दिन पंख पा लेती है इसलिए मेरे मन...
HINDIविनोद खन्ना–एक पहचान परदों के पारRajesh Ramdev RamApril 27, 2017September 6, 2023 by Rajesh Ramdev RamApril 27, 2017September 6, 202301731 मेरा आध्यात्मिक जीवन तब शुरू हुआ जब मैं उस मुकाम पर पहुंच गया था, जहां पर बहार की कोई चीज में मायना नहीं रखती थी।...
HINDIपश्चिम की स्त्री ने पहली बार पुरूष के साथ समानता के अधिकार की घोषणा की है।Rajesh Ramdev RamApril 8, 2017September 8, 2023 by Rajesh Ramdev RamApril 8, 2017September 8, 20230849 चाहे पुरूष कैसा ही गलत हो। हमारे शास्त्रों में इसकी बड़ी प्रशंसा की गई है। कि अगर कोई पत्नी अपने पति को—बूढ़े, मरते, सड़ते, कुष्ठ...
HINDIराम के राज्य में आदमी बाजारों में गुलाम की तरह बिकते थे।Rajesh Ramdev RamApril 4, 2017September 10, 2023 by Rajesh Ramdev RamApril 4, 2017September 10, 20230718 राम के समय को तुम रामराज्य कहते हो। हालात आज से भी बुरे थे। कभी भूल कर रामराज्य फिर मत ले आना! एक बार जो...
HINDIअदालत में शपथ लेते वक्त गीता पर हाथ क्यों रखवाते हैं? रामायण पर क्यों नहीं रखवा लेते?Rajesh Ramdev RamMarch 30, 2017September 10, 2023 by Rajesh Ramdev RamMarch 30, 2017September 10, 20230691 अदालत में शपथ लेते वक्त गीता पर हाथ क्यों रखवाते हैं? रामायण पर क्यों नहीं रखवा लेते? उपनिषद पर क्यों नहीं रखवा लेते?बड़ा कारण है।राम,...
HINDIप्रेम करो! प्रेम से तुम परमात्मा को जानोगे। क्योंकि परमात्मा प्रेम है।Rajesh Ramdev RamMarch 30, 2017September 10, 2023 by Rajesh Ramdev RamMarch 30, 2017September 10, 20230808 प्रार्थना तुम मंदिर में करते हो। लेकिन तुम प्रार्थना को सीखोगे कहां? उसका स्वाद तुम्हें कहां मिलेगा? अगर तुमने जीवन में प्रेम जाना हो तो...
HINDIमुहब्बत एक नाज है, एक गौरव, एक गरिमा है। जिसे मिल जाती है, वह सम्राट हो जाता है।Rajesh Ramdev RamMarch 24, 2017September 10, 2023 by Rajesh Ramdev RamMarch 24, 2017September 10, 202301787 प्रेम…प्रेम एक रहस्य है।सबसे बड़ा रहस्य..रहस्यों का रहस्य…प्रेम से ही बना है अस्तित्व और प्रेम से ही समझ में आता है। प्रेम से ही हम...